Mansi savita

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लेखनी प्रतियोगिता -01-Nov-2023

मैं जा रही हूं छोड़ के आना तुम जरूर
मेरे जनाजे को तुम प्यार से उठाना तो करना तुम गुरुर
प्यार से मुझे गले लगा सारे शिकवा मिटाना सुरूर
मुझे पीट पीट के मेरे छाती में
लिपट जाना
मेरे दिल ने तुम हो जान जाना मेरा न कोई कसूर
न किया प्यार का सौदा न कोई वसूल
प्यार किया था सुच्चा वाला की हमेशा जी हजूरी और जी हजूर
अब वक्त कम है क्या क्या बताओ सुनो तुम मुझे कश के अपने गले से लगाओ
डोरी तो सजी नहीं चलो जनाजे को मय्यत सजाते है
चलो न शमशान घाट मेरे साथ
सब रो रहे मैं चुप हूं
खामोश हूं मैं आंसू पूछना चाहती हूं
रो मत गले लगा रुआ दो मुझे
अब न होंगे साथ तो मजे मजे किसे चिड़ागो
पगलू बोल कैसे इतराओगे
देखो मम्मी को मेरे चुप सा करा दो
भाई को मेरे कंधे हाथ रख सहारा दिला दो
पापा जिनके आंख न भरी उन्हे मेरा चेहरा दिखा थोड़ा सा रुआ दो
बाबा की लाडली थी जो जा रही 
सबको छोड़ को उन्हे थोड़ा अवगत करा दो
@टैग कर मेरे मौत की तस्वीर इंस्ट्रा में लगा दो
लिख आखिरी पैगाम मौत बढ़ी तेजी सी आ गई लिख मेरे लेखनी को मिटा दो
तुम रो रहे हो कितनी जिम्मेदारी है तुमपे
आज तक हर बात माना है चलो चादर धक मुझे फिर से सुला दो
खामोशी का कहर तुम्हे खा सा रहा है
चलो न अब मुझे बिस्तर में लिटा दो
तैयार की जरूरत नहीं मुझे तुम कहते ऐसे खूबसूरत हूं
आखिरी बार कितनी सुंदर हो कह मुझे प्यार से सजा दो
वरमाला का हार अपने हाथ से पहना दो
सुंदर सा तैयार कर वही गीत गा दो
राम राम सत्य सत्य बोल के गीत गा दो।

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4 Comments

Mohammed urooj khan

06-Nov-2023 12:07 PM

👍👍👍👍👍

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Abhinav ji

02-Nov-2023 07:50 AM

Very nice 👍

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madhura

01-Nov-2023 03:58 PM

Nice

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